Solar Panel Yojana : आज के समय में बिजली की बढ़ोतरी लगता और पर्यावरण प्रदूषण दोनों ही परिवारों के लिए एक बड़ी चिंता का विषय बने हुए हैं एशिया में यदि हर घर की छत पर सोलर पैनल लगाकर मुफ्त बिजली का लाभ मिलने तो या किसी तोहफों से काम नहीं है। बिहार के लखीसराय जिले के कजरा में देश का सबसे बड़ा बैटरी आधारित सोलर बिजली घर समय से पहले बनकर तैयार हो गया है। यह परियोजना 2026 तक पूरी करने का लक्ष्य रखा गया था लेकिन अब यह सितंबर में ही चालू हो जाएगी।
मुख्यमंत्री नीतीश कुमार इसी महीने इसका उद्घाटन करेंगे। यह बिहार की पहली और देश की सबसे बड़ी सौर ऊर्जा के साथ बैटरी ऊर्जा भंडारण प्रणाली आधारित परियोजना है जो 1232 एकड़ जमीन पर दो फेज में विकसित की गई है। इस योजना का उद्देश्य है कि देश का हर नागरिक आत्मनिर्भर बने और बिजली की जरूरत आसानी से पूरी कम कर सकते हैं मात्र₹1000 खर्च कर छत पर सोलर पैनल लगाने की सुविधा से आराम लोगों ने केवल बिजली बिल के राहत पा सकते हैं बल्कि अपने वर्ष वर्ष तक मुफ्त और स्वस्थ ऊर्जा का लाभ उठा सकते हैं।
सोलर पैनल योजना का परिचय।
कंपनी अधिकारियों के अनुसार, यह प्लांट बिहार विद्युत विनियामक आयोग की अनुमति से बिजली बाजार से खरीदने की निर्भरता कम करेगा। पहले फेज का कार्य L&T द्वारा पूरा किया गया है। भारत सरकार द्वारा शुरू की गई या योजना देश भर में लाखों परिवारों तक सस्ती और स्वास्थ्य ऊर्जा पहुंचने के लिए लागू की गई है इस योजना के तहत लाभार्थी को सोलर पैनल इंस्टॉल करने के लिए भारी सब्सिडी प्रदान की जाती है। जिसे लगता है बहुत कम हो जाती है सरकार का लक्ष्य है कि एक करोड़ से अधिक परिवार कैसे योजना से लाभ लाभ हानि होंगे।
और पूरा प्रोजेक्ट सितंबर में चालू हो जाएगा। यह परियोजना बिहार की ऊर्जा आत्मनिर्भरता और पर्यावरण संरक्षण में मील का पत्थर साबित होगी, क्योंकि यह कार्बन उत्सर्जन कम करेगी और जलवायु परिवर्तन से लड़ने में मदद करेगी। CM नीतीश कुमार की जल-जीवन-हरियाली अभियान के तहत यह हरित ऊर्जा को बढ़ावा देगी। प्लांट से रोजगार के अवसर पैदा होंगे और स्थानीय अर्थव्यवस्था मजबूत होगी। L&T 10 वर्ष तक इसका संचालन और रखरखाव करेगी।
सोलर पैनल पर मिलने वाली सब्सिडी
सरकार इस योजना के अंतर्गत एक किलोवाट सोलर पैनल सिस्टम पर लगभग 30,000 और 2 किलो वाटर सिस्टम पर करीब 60,000 तक की सब्सिडी देती है किस उपभोक्ता को केवल 1000 जैसी माल मुरली राशि खर्च करनी पड़ेगी कई राज्यों में कंपनियों और बैंक बिना ब्याज के श्रेणी की सुविधा भी उपलब्ध खराब करते हैं। यह प्रोजेक्ट बिहार के नवीकरणीय ऊर्जा लक्ष्यों को पूरा करने में महत्वपूर्ण है। राज्य में सौर ऊर्जा क्षमता बढ़ाने के लिए कई परियोजनाएं चल रही हैं, लेकिन कजरा सबसे बड़ा है। उद्घाटन के बाद यह बिहार की बिजली किल्लत को कम करेगा, खासकर रात में। सरकार का दावा है।
कि इससे बिजली दरें सस्ती होंगी और ग्रामीण क्षेत्रों में आपूर्ति बेहतर होगी। यह भारत की हरित ऊर्जा क्रांति का हिस्सा है। जहां बैटरी स्टोरेज जैसी तकनीक से सौर ऊर्जा को रात में भी इस्तेमाल किया जा सकेगा। लखीसराय के कजरा क्षेत्र में यह प्लांट पर्यटन और स्थानीय विकास को भी बूस्ट देगा। कुछ निजी कंपनीयों इंस्टॉलेशन का पूरा खर्च उठाकर केवल प्रतिरात्मक राशि लेती है इस वजह से लोगों को कुछ ही कम खर्च में सब ऊर्जा अपने का अवसर मिलता है या रहता अपना केवल वर्तमान में बिजली बिल कम करने में सहायक है बल्कि आने वाले समय में आर्थिक बचत का बड़ा साधन भी बनती है धन्यवाद!